अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशाल संकल्प की अनोखी पहल
महिलाओं ने घर के चूल्हे-चौके से निकलकर पुरुषों के आधिपत्य वाले प्रत्येक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दमदारी से दर्ज कराई है। पुलिस, सेना, चिकित्सा, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक क्षेत्र से लेकर श्रमिक तक की भूमिका में महिलाएं कहीं न कहीं प्रतिस्पर्धी के तौर पर अपनी मौजूदगी का एहसास लगातार कराती जा रही हैं। कामकाज के क्षेत्रों में तो महिलाओं की भूमिका दिख रही है, लेकिन रक्तदान जैसे कार्यों में इनकी आंशिक भागीदारी रहती है। रक्तदान में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से कम नहीं है।