गंगा दशहरा के पावन अवसर पर संगम तट पर शर्बत सेवा
थके प्यासे राहगीर की प्यास बुझाते से, अक्सर मैंने देखा है,मेरी प्यास बुझ जाती है। और संकट में किसी को निज पतवार पकड़ाने से, अक्सर मैंने देखा है,मेरी नैय्या तर
थके प्यासे राहगीर की प्यास बुझाते से, अक्सर मैंने देखा है,मेरी प्यास बुझ जाती है। और संकट में किसी को निज पतवार पकड़ाने से, अक्सर मैंने देखा है,मेरी नैय्या तर
जब कल मैंने एक वृद्ध से उनका परिचय पूछा तो उन्होंने,अपना नाम बताया,साथ बताया अपने घर का पता मकान नम्बर सहित, वो घर जिसे वो छोड़ कर वृद्धाश्रम आये। रात
विशाल संकल्प संस्था के तत्वावधान में स्लम बच्चियों ने आई जी डॉ राकेश सिंह को बांधी राखी। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी,स्लम बस्ती की बच्चियों ने अपने हाथों
समाज के हाशिये पर जी रहे बच्चे भी बहुत सारी खुशियों के संगम की ताक में रहते है। बस इनको मुस्कुराते खाते हुए देख मेरी आत्मा तृप्त हो जाती है।
आज विशाल संकल्प संस्था,के माध्यम से शिक्षा हासिल कर रहे,पाँच बच्चों ने, यू0पी0 बोर्ड के बच्चों ने शानदार जीत हासिल की। इन बच्चों को उज्जवल भविष्य की बधाई साथ ही
बच्चों का असली काम है,पढ़ाई करना।लेकिन,आज भी बहुत सारे बच्चे इस काम से वंचित दूसरे काम को करने के लिये बाध्य है। विशाल संकल्प संस्था ऐसे बच्चों के लिये दशकों
विशाल संकल्प संस्था,के तत्वावधान में वोट क्लब स्लम बस्ती में,विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 28 को मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं व छात्राओं को उन दिनों में विशेष ध्यान
विशाल संकल्प संस्था ने मदर्स डे पर,(स्वस्थ माँ-स्वस्थ बेटी)स्वास्थ कैम्प आयोजित किया। ये कैम्प वोट क्लब के पास की स्लम बस्ती में आयोजित हुआ।जिसमें बड़ी संख्या में बच्चियों ने अपनी
कहते हैं किताबें इन्सानों की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं. जैसे व्यक्ति अपने दोस्त का हर पल, हर घड़ी, हर मुश्किल में साथ देते हैं, वैसे ही किताबें भी हर
कन्यापूजन सेवा के माध्यम से, बस इतना ही प्रयास विगत कई वर्षों से विशाल संकल्प संस्था कर रही है कि, इन उपेक्षित बेटियों के भी मन मे शक्ति का प्रादुर्भाव