स्लम के बच्चों को पुस्तकालय की भेंट

कहते हैं किताबें इन्सानों की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं. जैसे व्यक्ति अपने दोस्त का हर पल, हर घड़ी, हर मुश्किल में साथ देते हैं, वैसे ही किताबें भी हर विषम परिस्थिति में मनुष्य की सहायक होती है. किताबों में हर मुश्किल सवाल, परिस्थिति का हल छुपा होता है. इंसान किसी भी दुविधा में रहे, किताबों को पढ़ने से, समझने से उसकी सोच का विस्तार होता है। व्यक्ति के ज्ञान को विस्तार देने के लिए पुस्तकालय बहुत ही उपयोगी माध्यम है.

सभी के लिए, सभी विषयों की पुस्तकें खरीदना आसान नहीं है. गरीब लोग महंगी – महंगी किताबें नहीं खरीद सकते. उनके लिए पुस्तकालय, पुस्तकों का बहुत ही सुगम एवं आसान माध्यम है. औसत व निम्न वर्ग का व्यक्ति अपनी रुचि या जरूरत की महंगी सभी किताब नहीं खरीद पाता और पैसे के अभाव में वह ज्ञान और शिक्षा से वंचित रह जाता है. परंतु पुस्तकालय के माध्यम से सभी प्रकार की किताबें एवं उनके ज्ञान का आसानी से लाभ लिया जा सकता है.

विशाल संकल्प ऐसे ही कुछ ज़रूरतमंद के लिए पुस्तकालय खोलने जा रहा है। जहाँ छात्र- छात्राएँ निःशुल्क आकर विद्या का ग्रहण कर सकते है। हमारे पुस्तकालय में छोटे बच्चों के लिए पुस्तकें। किशोरावस्था के लिए जीवनी व प्रेरणादायक पुस्तके रखी जायेंगी। स्कूली किताबें भी रखने की योजना है। ब्रेल लीपि की किताबों को भी पुस्तकालय में जगह दी जाएगी।

आप सभी से अनुरोध है कि आप आगे बढ़े और इस नेक कार्य में अपना सहयोग दे। आप अपने बच्चों की पुरानी किताबों को, जो अच्छी अवस्था में हो, दान कर सकते हैं।

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