लाल रंग के कुमकुम लगाने वाली,सौम्य महिलाये, अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर,रक्तदान करके,अनोखी मिसाल पेश किया।विशाल संकल्प संस्था व महिला समन्वय के साझा तत्वाधान में रविवार 6 मार्च को 12 से 2 बजे के बीच,महिलाएं रक्तदान किया।
महिलाओं ने घर के चूल्हे-चौके से निकलकर पुरुषों के आधिपत्य वाले प्रत्येक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दमदारी से दर्ज कराई है। पुलिस, सेना, चिकित्सा, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक क्षेत्र से लेकर श्रमिक तक की भूमिका में महिलाएं कहीं न कहीं प्रतिस्पर्धी के तौर पर अपनी मौजूदगी का एहसास लगातार कराती जा रही हैं। कामकाज के क्षेत्रों में तो महिलाओं की भूमिका दिख रही है, लेकिन रक्तदान जैसे कार्यों में इनकी आंशिक भागीदारी रहती है। रक्तदान में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से कम नहीं है। रक्तदान आवश्यक भी है। दोनों संस्थाए,विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को लेकर लगातार काम करती है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 2022 में 22 से अधिक महिलाओं की भागीदारी से रक्तदान शिविर का आयोजन किया।
चैताली राय,अंशु अग्रवाल, तन्मय पांडे, हर्षिता विश्वकर्मा। प्रियांशी पटेल,आरती कुमारी,अमरेश द्विवेदी,मोहित केसरवानी,राजेश मालवीय,हरिश्चंद्र राम,राजस्व परिषद के रजिस्ट्रार,डॉ बालकृष्ण पांडेय,उमेश दृवेदी,समाज शेखर,रामबाबू तिवारी आदि अतिथि उपस्थित थे।डॉ आभा त्रिपाठी ने मेरे साथ कार्यक्रम का संयोजन किया।