विशाल संकल्प ने मनाया रोटी डे

रोटी डे,तो रोज़ होता है।
लेकिन,
रोज़ हर किसी के किस्मत में रोटी नही होती।

आज भी हमारे बीच ऐसे लोग है जो दिन भर की जद्दोजहद के बाद भी दो वक़्त की रोटी नही जुटा पाते।
और आश्चर्य देखिये,हम पढ़े लिखे विद्वान लोगों का हृदय भी नही पसीजता।
हमे हर बात के लिये सरकार और सिस्टम को कोसना ज्यादा बेहतर लगता है।
19 फरवरी को,स्वामी विवेकानंद शिकागों में भारत का डंका बजा कर वापस आये थे,मन मे एक ही भाव की भारत मे सबको भोजन,सबको शिक्षा मिले।
हमारे गोविंद भाई को भी फौज में होने के बावजूद ये बात घर कर गयी और वो इस मुहिम में तीन साल से कार्यरत है।
विशाल संकल्प के तत्वावधान में भी कल कुष्ठ आश्रम प्रयागराज में भोजन व चाय नाश्ते का प्रबंध किया गया।
यकीन,मानिये,,,
जब कोई भोजन करके तृप्त होता है ना,उससे बढ़ कर कोई सुकून नही होता।

जय हिंद
अंजलि विशाल
विशाल संकल्प

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