घूंघट, विशाल संकल्प और राष्ट्रीय महिला दिवस 2022

भारत मे आज भी इस तरह की तस्वीर देखने को मिल जायेगी जहाँ, एक महिला के सामने भी दूसरी महिला घूघट में रहने में सहज या विवश है। राष्ट्रीय महिला दिवस जैसे आयोजन का सार ही यही है कि ऐसे माहौल को नई ऊर्जा मिले। लेकिन कम लोग जानते हैं कि भारत में राष्ट्रीय महिला मनाया जाता है।इस दिन का संबंध हमारे देश की महिला शक्ति से है, देश के स्वतंत्रता संग्राम से है। राष्ट्रीय महिला दिवस पूरे भारत में 13 फरवरी को मनाया जाता है। यह दिन भारत देश की पहली महिला गवर्नर और अपने जीवन से लोगों को प्रेरणा देने वाली सरोजिनी नायडू के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है।
सरोजनी नायडू बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि की संपन्न रहने वाली कवियित्री थीं. उन्हें महात्मा गांधी ने भारत कोकिला का खिताब दिया था. आजादी की लड़ाई में उन्होंने पुरुष स्वतंत्रता सेनानियों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर गांधी जी के आंदोलनों में भाग लिया और हर जगह अपने नेतृत्व का प्रभाव छोड़ा था. वे हमेशा ही महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित करती रहती थीं. वे आज के भारत की हर नारी के लिए आदर्श उदाहरण के रूप में याद की जाती है। किताबी बातों से परे,हम जहां है,वहीं से आगे बढ़े।पहले से बेहतर करें, यही लक्ष्य होना चाहिये। और मेरा तो मानना है कि महिलाओं को सशक्त होने की नही बल्कि संगठित होने की जरूरत है।एक दूसरे को सहयोग करने की जरूरत है। आप तस्वीरें देख रहे है,आदिवादी गाँव,मवैया,शंकरगढ़ की।प्रयागराज से लगभग 55 किमी दूर।जहां,कई सालों से विशाल संकल्प संस्था इनके साथ है।

फिलहाल, राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई।

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