“विशाल संकल्प ने दी,गाँव की बेटी को,सपनों की उड़ान।”

उपयोग करने पर निर्भर करता है। सोशल मीडिया किसके लिये क्या है? तस्वीर में मेरे साथ जिसकी फोटो आ नही देख पा रहे है कुछ दिनों बाद उसकी फोटो किसी प्रतिष्टित पद के साथ देखेगें क्योंकि (कुटज)जैसी प्रतिभा लिए ये बच्ची,पढ़ना चाहती थी आत्मनिर्भर बनने के लिये।

मैं इस बच्ची को जानती भी नही थी लेकिन इसकी सहेली ने इसके लिये विशाल संकल्प को फोन किया।यानी कि मुझे फोन किया।मैं इस बच्ची से जब मिली तो इसकी परिस्थितियों व आँखों की सच्चाई ने सबकुछ कह दिया। गाँव मे सब इसकी शादी करना चाहते है जबकि ये पुलिस ऑफिसर बनकर लड़कियों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को खत्म करना चहिती है।मैंने कहा खाने पीने के लिये कुछ चाहिये,तो इसका जवाब था मुझे खाना नही किताब और कोचिंग चाहिये।तब मुझे लगा कि इसके संकल्प के साथ विशाल संकल्प को जुड़ना चाहिये।

लगभग 5 महीने पहले एक पोस्ट डाली मैंने इस बच्ची के पढ़ाई के लिये जिसपर बहुत सारे लोगों ने तरह2 के कमेंट लिखे लेकिन उन बहुत सारे लोगों में से आदरणीय समर चटर्जी सर को मैं ह्दय से धन्यवाद देती हूँ बच्ची के शिक्षा के लिये सहयोग करने के लिये।

समर जी खुद एक शिक्षक है। साथ ही विशेष धन्यवाद यसार सर को जिन्होंने (द स्पीड) कोचिंग संस्थान में निःशुल्क पढ़ने की स्वीकृति दी। अब देखना ये है कि हम तीन शिक्षकों की कोशिशों को त्रिवेणी तट पर ये बच्ची कैसे साकार करती है और कितनी जल्दी ये आत्मनिर्भर बनती है। बस समझिये सोशल मीडिया के माध्यम से पंख मिल गये है इसे सपनों की उड़ान के लिये। तो,आदरणीय, जिम्मेदार नागरिक बदलाव के दर्शक नही, भूमिका बनिये।

जय हिंद

अंजलि विशाल संकल्प

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