आओ मनाये, सार्थक दीवाली।

हर साल की तरह इस बार भी विशाल संकल्प की दीवाली कुछ खास होगी।

चकाचौध से दूर,
मिठाई का मतलब गुड़ जानने वाले,
आदिवासी गाँव के बच्चों
के मन मे खुशियों का दिया जलाने
हम बहुत सारी मिठाइयों और पटाखों के साथ,आदिवासी गांव मवैया,शंकरगढ़ में
रविवार,8 नवंबर को संस्था दीवाली मनायेगी।

11 नवम्बर को जिन्हें को छूता नही,उनके दिल को छूने,हम लोग दीवाली की खुशियों के साथ कुष्ठ आश्रम में दीवाली मनायेंगे।

12 नवम्बर को यमुनातट पर दीपदान का आयोजन होगा और हमारी प्रार्थना होगी कि पूरा विश्व कोविद से बाहर निकल कर सामान्य हो,मानवता पोषित हो।

13 नवम्बर को विशेष कार्यक्रम होगा,महकने दो के बच्चों के साथ लेकिन इस बार ये कार्यक्रम अनोखे अंदाज में होगा।कार्यक्रम होगा केंद्रीय विद्यालय न्यू कैंट,प्रयागराज में,जहाँ संगम होगा स्लम और केंद्रीय विद्यालय के बच्चों का।बाल दिवस और दीवाली दोनों की धूम होगी,पटाखों के साथ उनके जीवन मे बदलाव का धमाका होगा।

14 नवम्बर को खास दीवाली के दिन,किसी ऐसे इंसान तक हम लोग वर्चुअल दीवाली की रोशनी पहुचायेंगे जीवन के अंधेरो को नियति समझ लिया है।ये सरप्राइज़ रहेगा आप सब के लिये लेकिन,जब आप उस व्यक्ति को ऑनलाइन खुश होते देखेगें तो दिल आपका भी खुश हो जायेगा।

साथियों, ये साल बहुत ही मुश्किलों का रहा,कोविड ने सबको प्रभवित किया है,खुश होइए हम लोग इतनी मुश्किल परिस्थितियों में भी अपने परिवार के साथ है और अहसास दिलाइये खुद को कि हम इंसान है।
और इंसानियत के नाते,किसी की मुस्कुराने की वजह बनिये।

आइये,मिल कर मनाते है,सच्ची दीवाली,सार्थक दीवाली।

टीम कम से कम किसी एक कार्यक्रम में जरूर जुड़े।

अंजलि विशाल संकल्प

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