‘युवा’शब्द से ही उत्साह, स्फूर्ति, सक्रियता आदि गुणों का बोध होता है।’युवा’ शब्द वास्तव में आयु- रूप- अर्थ प्रदान करने से परे सकारात्मक गुणों, सक्रिय व्यक्तित्व का बोध अधिक करवाता है।स्वामी विवेकानन्द ने युवा शक्ति का केंद्र शारीरिक बल को नहीं, वरन् मानसिक शक्तियों को माना। युवा होने की परिपूर्णता उसमें है, जिसमें अविराम संघर्ष करने का जज़्बा हो, जिसमें हर पल जीवन में कुछ नवीन करने की उमंग हो।जिसमें प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अजेय मनःस्थिति हो,जिसमें विनाश की विभीषिका में सृजन के गीत गाने की सामर्थ्य हो, जिसमें असफलताओं की ज्वाला में सफलता के प्रकाश को जन्म देने का भाव हो। ऐसे युवाओं के आदर्श के रूप में स्वामी विवेकानंद के संदेश आज भी उतने प्रासंगिक हैं जितने शताब्दी पहले थे।
आज भी स्वामी जी के अग्निमंत्रों से किसी भी युवा का जीवन बदल सकता है।स्वामी की के जन्मदिन को युवा दिवस के रूप में मनाना अद्भुत है।
विशाल संकल्प संस्था,शिक्षा को बदलाव का मूल अंग मानती है इसी संदर्भ में संस्था ने स्वामी विवेकानंद के जीवंत मूल्यों को युवाओं को हस्तांतरित करने के लिये एक संगोष्ठी की रूपरेखा बनायीं है।
आप सभी को संस्था सादर आमंत्रित करती है ।
कृपया,समय का ध्यान करें।
दिनांक,11 जनवरी 2020
समय,सुबह 10 से 12 बजे
स्थान,सी0 एम0 पी0 डिग्री कॉलेज, प्रयागराज
युवा दिवस-
(मेरे विवेकानंद)संगोष्ठी
मुख्य अतिथि
स्वामी अद्वैतानंद जी
स्वामी रामकृष्ण परमहंस आश्रम
प्रयागराज
वक्ता
डॉ, प्रदीप केसरवानी
प्राचार्य रामरति पटेल पी0 जी0 कॉलेज,प्रयागराज
वक्ता
प्रो0 एन0वी0 सिंह
बॉटनी संकाय
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्र0
कार्यक्रम अध्यक्षता
डॉ बृजेश कुमार
प्राचार्य,सी0 एम0 पी0
डिग्री कॉलेज, प्र0
कार्यक्रम संयोजक
डॉ आर0 डी0 किशोर
डॉ राजेश कुमार यादव
आयोजक
अंजलि विशाल
विशाल संकल्प संस्था
प्रयागराज
पुनः आमंत्रण।इस सन्देश के साथ,
स्वामी विवेकानंद के वचन आज भी युवापीढ़ी के लिए प्रेरक व मार्गदर्शक हैं ।उन्होंने कहा था “मेरा विश्वास युवा पीढ़ी में है, नई पीढ़ी में है।भारतीय युवा सिंहों की भाँति सभी समस्याओं का हल निकालेंगे ।उन्हीं के प्रयत्न व पुरुषार्थ से भारत देश गौरवान्वित होगा।
जय हिंद।
संपर्क,8707081575,8423883543
कृपया,समय का ध्यान रक्खे।