पिंक क्लब

सामान्यता देखा गया है कि गरीब घर के चूल्हे का भार महिलाओं पर ही ज्यादा होता है |पिंक क्लब कार्यक्रम के अंतर्गत संस्था गरीब महिलाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध करने में मदद करती है जिससे वह आपने आत्मनिर्भर बन सके| सबसे पहले काउंसलिंग द्वारा उन्हें आंतरिक सशक्त बनाया जाता है फिर उनकी रुचि के अनुरूप उनको वैकल्पिक शिक्षा दी जाती है|

मेरा नाम मोनी गुप्ता है|  2012 में मेरे पति की मृत्यु के बाद मेरे जीवन में निराशा अंधेरा  था| विशाल संकल्प संस्था ने  मुझे फिर से जीना सिखाए| अब मैं सिलाई सेंटर चलाती हूं वा अपनी दो बेटियों को अच्छी शिक्षा भी दे रही हूं |

कार्य

  • आत्म विश्वास जगाने के लिए काउंसलिंग करना ।
  • आत्म विश्वास का मुख्य आधार आर्थिक स्वावलंबन है । इस कार्यक्रम के अंतर्गत महिलाओं को आर्थिक सक्षम होने के लिए प्रेरित किया जाता है ।
  • सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, ब्यूटीपार्लर इको – फ्रेंडली उत्पाद बनाना, मोमबत्ती बनाना इको-फ्रेंड ली दिए पेंटिंग ज्वेलरी डिजाइनआदि चीजें सिखाई जाती है।
  • संस्था रोजगार सीखने के लिए भी योग्य पात्र को मदद करती है।
  • दो स्तर पर इस कार्यक्रम के तहत काम किया जाता है।
  1. अकेले जीवन व्यतीत करने वाली महिलाओं के लिए ।
  2. आर्थिक रूप से असक्षम महिलाओं के लिए ।
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